अगर आजाद कश्मीर में कुछ किया तो हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे – इमरान
इस्लामाबाद, कश्मीर मामले में दुनिया में अलग-थलग पड़ चुके पाकिस्तान की बेचैनी को प्रधानमंत्री इमरान खान ने शब्दों में व्यक्त किया है, साथ ही स्वीकार कर लिया है कि दुनिया इस मामले में उनकी बातें नहीं सुन रही है। उन्होंने कहा है कि उन्हें अफसोस है कि कश्मीर मामले में दुनिया खामोश है।
कश्मीरियों के साथ ‘एकजुटता’ दिखाने के लिए पाकिस्तान में आज दोपहर के समय आधे घंटे का ‘कश्मीर ऑवर’ मनाया गया। एक प्रदर्शन का नेतृत्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद राजधानी में किया। इस मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कश्मीर मामले में दुनिया की ‘खामोशी’ पर सवाल उठाया और अपने चिर परिचित सांप्रदायिक एजेंडे के तहत दुनिया की खामोशी को धर्म से जोड़ दिया।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, इमरान ने कहा कि अगर कश्मीर के लोग मुसलमान नहीं होते तो दुनिया वहां हो रहे ‘जुल्म’ पर बोलती। उन्होंने कहा, “अफसोस से कह रहा हूं कि जब मुसलमानों पर जुल्म होता है तो संयुक्त राष्ट्र खामोश रहता है, दुनिया खामोश रहती है।”
इमरान ने कहा कि उन्होंने ‘अमेरिकी राष्ट्रपति, यूरोपीय और मुस्लिम देशों के शासकों से कह दिया है कि अगर (नरेंद्र) मोदी के खिलाफ खड़े नहीं हुए तो असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा।’
गौरतलब है कि पाकिस्तानी शासकों ने कश्मीर पर दुनिया को अपने तर्को से संतुष्ट करने की कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। तमाम देशों ने उनसे साफ कर दिया कि कश्मीर का मामला भारत और पाकिस्तान का आपसी मामला है और इसे द्विपक्षीय आधार पर निपटाना चाहिए। रूस जैसे कई प्रमुख देशों ने साफ कर दिया कि कश्मीर का मामला भारत का आंतरिक मामला है। इसमें किसी को दखल नहीं देना चाहिए। लेकिन, इमरान साफ शब्दों में कही गई इन बातों को ‘खामोशी’ के रूप में प्रचारित कर रहे हैं।
इमरान हाल के दिनों में जो कहते रहे हैं, उन्होंने उसी को फिर से कहा। उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर फासीवादी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आरएसएस की विचारधारा आज भारत की शासक है जो ‘न धर्मनिरपेक्षता को मानती है और न ही भारतीय संविधान को। आरएसएस का गठन मुसलमानों से नफरत पर आधारित है।’
इमरान ने कहा, “हमें मालूम है कि वे (भारत) आजाद कश्मीर (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) में कुछ न कुछ करेंगे। मैं नरेंद्र मोदी के लिए स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर आजाद कश्मीर में कुछ किया तो हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे।”